केन्द्रीय उत्पाद शुल्क समाहर्तालय का सृजन 1971 में सीमा शुल्क एवम केन्द्रीय उत्पाद शुल्क समाहर्तालय दिल्ली को दो भागो मे विभाजित करने के पश्चात हुआ था । इस के सृजन के समय समाहर्तालय का क्षेत्राधिकार पंजाब,जम्मू एवं कश्मीर,हिमाचल प्रदेश , हरियाणा राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेश चन्डीगढ तक फैला था। वर्ष 1979 में हरियाणा राज्य को समाहर्तालय से अलग कर केन्द्रीय उत्पाद शुल्क समाहर्तालय, दिल्ली में सम्मिलित किया गया था।
अधिसूचना संख्या 20/97-सी.ई.(एन.टी.) दिनांक 9-7-1997 के तहत केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सीमा शुल्क आयुक्तालय को दिनांक 16-7-1997 तीन भागों मे विभाजित किया गया था तथा दो केन्द्रीय उत्पाद शुल्क आयुक्तालयों, चंडीगढ-। एवं चंडीगढ-॥ तथा सीमा शुल्क आयुक्तालय अमृतसर सृजित किये गये ।
वित्त मंत्रालय के अधिसूचना संख्या 14/2002-सी.ई.(एन.टी.)के तहत आयुक्तालयों के पुनर्गठन के फलस्वरुप दिनांक 25-10-2002 से केन्द्रीय उत्पाद शुल्क आयुक्तालय चंडीगढ-। के क्षेत्राधिकार मे बदलाव किया गया।
अधिसूचना संख्या 06 /2009 -सी.ई.(एन.टी.) दिनांक 30-03-2009 के तहत आयुक्तालयों के पुनर्गठन के फलस्वरुप दिनांक 01-04-2009 से केन्द्रिय उत्पाद शुल्क आयुक्तालय चंडीगढ-। के क्षेत्राधिकार मे पुनः बदलाव किया गया।
अधिसूचना संख्या 27/2014 -सी.ई.(एन.टी.) दिनांक 16 -09 -2014(व्यापार सूचना संख्या 07/2014-सी.ई. दिनांक 01.10.2014) के तहत केन्द्रीय उत्पाद शुल्क आयुक्तालय चंडीगढ-। का क्षेत्राधिकार अब दुबारा से बदलाव किया गया है। आयुक्तालय चंडीगढ-। के पास अब पंजाब राज्य का फतेहगढ साहिब के राजस्व जिले , हिमाचल प्रदेश का पूरा राज्य तथा केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ का क्षेत्राधिकार है।
आयुक्तालय के निम्नलिखित चार केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सेवा कर मण्डल बनाये गए है :-
क्रम सं0 | मण्डलों के नाम |
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1 | केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सेवा कर मण्डल, चंडीगढ |
2 | केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सेवा कर मण्डल, मंडीगोबिन्दगढ |
3 | केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सेवा कर मण्डल, शिमला |
4. | केन्द्रीय उत्पाद शुल्क एवं सेवा कर मण्डल,बददी |